भूख इन्सान के रिश्तों को मिटा देती है।करके नंगा ये सरे आम नचा देती है।। को दिसंबर 07, 2020 bhook Gareeb gareebi hindi Kavita poet poor +
प्रवासी मज़दूरों कि तड़प ! को मई 10, 2020 प्रवासी मज़दूर प्रवासी मज़दूरों कि तड़प lockdown India migrate workers +