संदेश

अनमोल विचार

याद रखना

खबरदार ऐसा न करो

अब आप ही सोचो आप क्या हो

तुम सब कर सकते हो पर सब कुछ नहीं कर सकते

बुज़दिल

लोगों से ये मत कहो

दोस्त बनाओ पर सोच कर

जो भी है अच्छा है

रावण और हम

माँ के पैर

में रुपया हूँ

जीतने का मज़ा

हम हम है

इतिहास गवाह है

कौन कहता है ?

वफ़ा साबित कर (गुलज़ार)

गरीब की पुकार

सोना और लोहा

रिश्ते ख़राब कियूं होते है

वहम

अब तो वो होने लगा जो कभी न होना था

खबरदार

किसी का साथ नहीं देते

आदमी

रिश्ता आसान लगता है पर होता नहीं

भुगतान करो

बहोत ही कड़वा सच

हमारी तो बात ही अलग है

मज़दूर

अब क्या किया जाए

हम ज़रा अलग है

मेरी सोच कुछ अलग है

दो नेता

करो तो सही